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Dr Ambedkar brother and sister how much,कितने भाई बहन हैं

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 आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के भाई बहन कितने हैं और उनके नाम क्या हैं। आइए जानते हैं -:  Dr Ambedkar brother and sister how much दोस्तों जैसा कि आप जानते हो डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भारतीय संविधान के निर्माता हैं उन्होंने दलित वर्ग और पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था।        डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 ईसवी में मध्य प्रदेश में हुआ था इनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई रामजी सकपाल है। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के दो भाई तीन बहने थी कुल मिलाकर  6 भाई बहन थे। Ambedkar brother and sister names बलराम रामजी अम्बेडकर  -: भाई आनंदराव रामजी अंबेडकर -: भाई  रमाबाई अंबेडकर  -:  बहन गंगाबाई अंबेडकर -:  बहन तुलसीबाई अंबेडकर -:  बहन ऐसे ही और जानकारी पाने के लिए हमारी वेबसाइट को फॉलो जरूर करें और हमें अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी फॉलो करना ना भूले। आपका ह्रदय की गहराईयो से हाथ जोड़कर प्रेम से बहुत बहुत धन्यवाद🙏🙏

जाने अंश पंडित के टिक टोक पर कितने followers है,how many fans of ansh pandit on tik tok

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दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में अंश पंडित के बारे में बात करेंगे और उनके टिक टोक पर कितने फोलोवर है ये भी हम इस लेख में जानेंगें। तो चलिए दोस्तों देर किस बात की शुरु करते हैं-:  How many fans of ansh pandit on tik tok दोस्तों जैसा कि आप जानते हो अंश पंडित एक शायर है और वह अपनी शायरीयो के लिए बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। अंश पंडित ने सबसे पहले टिक टोक पर शायरी करना शुरू की परंतु कुछ समय पहले भारत सरकार द्वारा टिक टोक को बैन कर दिया है।         परंतु अंश पंडित ने टिक टोक पर एक अच्छा खासा फैन फोलोइंग बना ली थी अंश पंडित के टिक टोक पर उस समय    7 Million फोलोवर थे। Ansh pandit instagram per दोस्तों जैसा कि आप जानते हो कुछ समय पहले टिक टोक बंद होने से कुछ दिन बाद ही इंस्टाग्राम ने अपना short video (reels) को लोंच किया था आज टिक टोक की तरह ही सभी लोग instagram पर भी छोटे छोटे विडियो अपलोड करते हैं और बहुत ज्यादा प्रसिद्ध (पोपुलर ) भी हो रहे हैं।        अंश पंडित ने भी टिक टोक बंद होने के बाद इंस्टाग्राम पर शायरी करना शुरू किया आज के समय में अ...

Arvind arora biography,net worth,salary,wife,quolification,contact information

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 Arvind arora biography in Hindi दोस्तों आज हम उस शख्स के बारे में बात करेंगे। जिन्होंने अपने टैलेंट के दम पर अपनी सभी मुश्किलों को पीछे छोड़ कर वो मुकाम हासिल किया। जिसे देखकर सभी को आश्चर्य होता है।          दोस्तों वो सक्श और कोई नहीं यूट्यूब जगत के जाने पहचाने अरविंद अरोड़ा सर हैं। जी हां दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में अरविंद अरोड़ा सर के बारे में ही कुछ जानेंगे        आइए जानते हैं -:  Arvind arora biography दोस्तों जैसा कि आप जानते हो अरविंद अरोड़ा एक यूट्यूबर है। और बहुत अच्छे टीचर भी हैं। अरविंद अरोरा का जन्म राजस्थान के एक छोटे से कस्बे में हुआ था। इनका परिवार एक मध्यमवर्गीय परिवार से जुड़ा हुआ है। इनके पिता एक दुकानदार हैं और इनके माता घर का सारा काम संभालती हैं।            अरविंद अरोड़ा के परिवार में कोई ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था। इसलिए उनके घर वाले भी यही सोचते थे कि वह भी अपने पिता की तरह दुकानदारी ही करेगा। परंतु अरविंद अरोड़ा ने बचपन से ही कुछ बड़ा करने का सोच रखा था अपने इसी पागलपन की वजह स...

Ansh pandit biography,age,networth,age,quotes in Hindi

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 Ansh pandit दोस्तों जैसा कि आप जानते हो अंश पंडित अपनी शायरी जैसे -:  एटीट्यूड शायरी ,सैड शायरी, लव शायरी आदि के लिए प्रसिद्ध है। दोस्तों अगर आप उनकी शायरी देखते हो तो आपको एक अलग ही फीलिंग आएगी।         मुझे नहीं पता यह अपने नोटिस किया या नहीं किया परंतु जब भी आप अंश पंडित की शायरी करने का अंदाज देखोगे तो एक अलग ही सुकून मिलेगा। और आज हम अंश पंडित के बारे में ही बात करेंगे। मैं तो बहुत उत्साहित हूं अंश पंडित के बारे में जानने के लिए क्या आप भी उतना ही उत्साहित हैं ....तो चलिए दोस्तों देर किस बात की शुरु करते हैं.....! Ansh pandit biography in Hindi दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं अंश पंडित एक शायर है और वह अपनी शायरी के लिए लोगों के दिलों में बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। अंश पंडित की क्यूट लूक और इस्माइल भी बहुत अच्छी है जो लोगों को आकर्षित करती है। आपको बता दें अंश पंडित अपने हेयर स्टाइल के लिए भी बहुत ज्यादा लोकप्रिय हैं। Ansh pandit bassic information दोस्तों भारत के मशहूर शायर का पूरा नाम अंश पंडित हैं और उनका उपनाम अंश है। अंश पंडित का जन्म 22...

Pandit pratap narayan mishra ka jivan Parichay Hindi mein

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         Pratap narayan mishra jivani प्रताप नारायण मिश्र एक सुप्रसिद्ध गद्दकार थे। विपुल प्रतिभा और विविध प्रतिभा के धनी इस महान साहित्यकार ने अनेक मौलिक कृतियों का सृजन किया। Pandit pratap narayan mishra ka jivan Parichay   हिंदी साहित्य के महान कवि पंडित प्रताप नारायण मिश्र का जन्म 1856 ईसवी में उन्नाव जिले के बैजे नामक ग्राम में हुआ था। उनके पिता का नाम पंडित संकटा प्रसाद जो कि एक विख्यात ज्योतिष थे जो उन्नाव से कानपुर में आकर बस गए थे उनके भविष्यवाणियां आश्चर्यजनक रूप से सत्य निकलती थी।           इससे उन्होंने कानपुर में अच्छी प्रतिष्ठा एवं संपत्ति अर्जित की उनकी हार्दिक इच्छा थी कि उनका पुत्र भी यानी पंडित प्रताप नारायण मिश्र भी अपने पैतृक व्यवसाय को अपनाए किंतु मोजी एवं मस्त प्रकृति वाले मिश्र जी का मन ज्योतिष में नहीं लगा।       अंग्रेजी शिक्षा के लिए उन्होंने स्कूल में प्रवेश लिया किंतु उनका मन वहां पर नहीं लगा। मिश्रा जी ने किसी भाषा का गहन अध्ययन नहीं किया। फिर भी हिंदी उर्दू फारसी संस्कृत और बांग...

Hajari Prasad Dwivedi ka janm,mrityu,mata pita,rachnay

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 आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी आज ही बंद साहित्य साधना में लगे रहे मूल रूप से साहित्य का सृजन करने की योग्यता बाल्यकाल से ही विद्वान थे।       आज हम इस लेख में हजारी प्रसाद द्विवेदी जी का जन्म कब हुआ कहां हुआ और उनके माता-पिता कौन है बे इन्होंने कौन-कौन सी रचनाएं की हैं आइए जानते हैं -: Hajari Prasad Dwivedi ka janm -: हिंदी साहित्य के महान कवि आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी जी का जन्म 1907 ईस्वी में बलिया जिले के दुबे का छपरा नामक ग्राम में हुआ था। आपको बता दें आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी जी ने हिंदी एवं संस्कृत भाषाओं का गहन अध्ययन किया। Hajari Prasad Dwivedi ke mata pita सन 1907 ईस्वी में जन्मे आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी जी  के पिता का नाम श्री अनमोल दुबे और माता का नाम श्रीमती ज्योतिकली देवी था। जन्म  -: 1907 ई० पिता का नाम  -:  श्री अनमोल दुबे माता का नाम  -:  श्रीमती ज्योतिकली देवी    भारत के श्रेष्ठ साहित्यकारों की संख्या में आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी जी की गणना उच्च कोटि के साहित्यकारों में की जाती है। इस कार्...

Hajari Prasad Dwivedi ka sahityik parichay hindi mein

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  आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी जी आजीवन साहित्य साधना में लगे रहे। इन्होंने अनेक उत्कृष्ट कृतियों का सृजन किया। उपन्यास, निबंध आदि गद्द की कई विधाओं पर इन्होंने अनेक भावपूर्ण रचनाएं भी दी। Hajari Prasad Dwivedi ka sahityik parichay आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी जी का जन्म 1907 ईस्वी में बलिया जिले के दुबे का छपरा नामक ग्राम में हुआ था। यह अपनी शिक्षा समाप्ति के उपरांत शांतिनिकेतन चले गए और वहां के हिंदी विभाग में शिक्षण का कार्य करने लगे। यही यह रविंद्र नाथ ठाकुर और क्षितिमोहन सेन के संपर्क में आए और उनकी प्रेरणा से साहित्य सृजन की ओर अभिमुख हुए।          आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी में मौलिक रूप से साहित्य सृजन करने की योग्यता बाल्यकाल से ही विद्वान थे इन्होंने अपने बालिका में ही व्योमकेश शास्त्री से कविता लिखने की कला सीखनां प्रारंभ कर दी। धीरे-धीरे साहित्य जगत इनकी इलेक्शन सृजन प्रतिभा से परिचित होने।       इनपर कविंद्र रविंद्र का गहन प्रभाव पड़ा। यह बांग्ला साहित्य से भी बहुत प्रभावित थे। उनकी बहुमुखी साहित्यिक प्रतिभा विभिन्न क्षेत्रों म...

Hazari Prasad Dwivedi ka jivan Parichay Hindi mein

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 आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का जीवन साहित्य साधना में संलग्न रहे इन्होंने अनेक उत्कृष्ट कृतियों का सृजन किया भारत के श्रेष्ठ साहित्यकारों की श्रंखला में आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी की गणना उच्च कोटि के साहित्यकारों में की जाती है। Hajari Prasad Dwivedi ka jivan Parichay       आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का जन्म 1907 ईस्वी में बलिया जिले के दुबे का छपरा नामक ग्राम में हुआ था। इनके पिता का नाम श्री अनमोल दुबे और माता का नाम श्रीमती ज्योति काली देवी था। इन्होंने हिंदी एवं संस्कृत भाषाओं का गहन अध्ययन किया। इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आचार्य जी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से ज्योतिष तथा साहित्य में आचार्य की उपाधि प्राप्त की।         आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी अपनी शिक्षा समाप्ति के उपरांत शांति निकेतन चले गए और वहां पर यह एक हिंदू विभाग में शिक्षण का कार्य करने लगे। यही है रविंद्र नाथ ठाकुर और क्षितिमोहन सेन के संपर्क में आए और उनकी प्रेरणा से साहित्य सृजन की ओर अभिमुख हो गए। Hajari Prasad Dwivedi ke mata pita       ...

Munshi Premchand ki rachnayen hindi me

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 दोस्तों साहित्य जगत के सम्राट कहे जाने वाले श्री  मुंशी प्रेमचंद जी ने प्रत्येक वर्ग के पाठक को मंत्र मुक्त कर देने वाले उपन्यास साहित्य का सृजन किया उनके द्वारा रचित रचनाएं कुछ इस प्रकार हैं -:  दोस्तों प्रेमचंद जी में साहित्य सृजन की जन्मजात प्रतिमा विद्वान थी। उन्होंने अपने जीवन में लगभग एक दर्जन उपन्यास और 300 कहानियों की रचना की इनका यह साहित्यिक जनहित की भावना पर आधारित है।  मुंशी प्रेमचंद जी का साहित्यिक परिचय यहां पढ़ सकते हो Mu Munshi Premchand ki rachnay hindi mein दोस्तों प्रेमचंद जी के लेखन का मुख्य क्षेत्र कहानी और उपन्यास था। हिंदी साहित्य संसार के वे एसे  प्रथम एसे उपन्यासकार थे जिन्होंने कहानियों और उपन्यासों में मानव जीवन का चित्रण किया। प्रेमचंद जी ने कहानी, नाटक, जीवन चरित्र और निबंध के क्षेत्र में भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। उनके द्वारा लिखी गई रचना इस प्रकार है -:  मुंशी प्रेमचंद जी का पहला  उपन्यास उपन्यास -:  कर्मभूमि, कायाकल्प, निर्मला, प्रतिज्ञा, प्रेमाश्रम, वरदान, सेवा सदन, रंगभूमि, गबन, गोदाम और मंगलसूत्र । कहानी स...

Munshi Premchand ka pahla upanyas hindi mein

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दोस्तों प्रेमचंद जी ने अपने जीवन में एक दर्जन से भी ज्यादा उपन्यासो की रचना की है परंतु रहो तो सवाल यह आता है उनका सबसे पहला उपन्यास कौन सा था आइए जानते हैं Munshi Premchand ka pahla upanyas Munshi Premchand ka pahla upanyas दोस्त मुंशी प्रेमचंद जी में साहित्य सृजन की जन्मजात प्रतिमा विद्वान थी। उपन्यास और कहानी के क्षेत्र में प्रेमचंद जी ने प्रत्येक वर्ग के पाठक को मंत्रमुग्ध कर देने वाले उपन्यास का सृजन किया। इसीलिए इन्हें उपन्यास सम्राट की उपाधि भी प्राप्त है। दोस्तों मुंशी प्रेमचंद जी का सबसे पहला उपन्यास 1918 में प्रकाशित हुआ था जिसका नाम सेवासदन है दोस्तों आपको बता दें यह मूल रूप से उन्होंने उर्दू भाषा में लिखा था। जिसे उर्दू भाषा में "बाजरे-हुस्न"ना से जाना जाता था। परंतु जब इसका हिंदी में रूपांतरण हुआ तब इसे "सेवा सदन" के नाम से जाने जाना लगा। जन्म -: 1880 ई० में  पहला उपन्यास -: सेवासदन जिसे 1918 ई० में प्रकाशित किया गया। मृत्यु -: 1936 ई० में एक लंबी बीमारी के कारण मुंशी प्रेमचंद जी के उपन्यास मुंशी प्रेमचंद जी ने अपने जीवन में एक दर्जन से भी ज्यादा उपन्या...

Munshi Premchand ka sahityak Parichay Hindi mein

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 दोस्तों मुंशी प्रेमचंद्र जी ने उपन्यास और कहानी के क्षेत्र में प्रत्येक वर्ग के पाठक को मंत्रमुग्ध कर देने वाले उपन्यास साहित्य का सृजन किया इसलिए इन्हें उपन्यास सम्राट की उपाधि प्राप्त है।  प्रेमचंद जी में साहित्य सृजन की जन्मजात प्रतिभा विद्वान थे आरंभ में यह नवाब राय के नाम से उर्दू भाषा में कहानियां और उपन्यास लिखा करते थे Munshi Premchand ka sahityak Parichay दोस्तों मुंशी प्रेमचंद जी ने साहित्यिक जीवन में प्रवेश करने पर सर्वप्रथम मर्यादा पत्रिका के संपादक का कार्य किया। डेढ़ वर्ष के पश्चात संपादन कार्य छोड़कर एक काशी विद्यापीठ में चले आए और यहां प्रधान अध्यापक नियुक्त हुए। इस पद पर भी यह अधिक दिनों तक ना रह सके कुछ दिनों बाद इन्होंने माधुरी पत्रिका का संपादन अपने हाथों में ले लिया माधुरी पत्रिका का संपादन करते हुए  इन्होंने स्वाधीनता आंदोलन में भाग लिया इसके बाद काशी में अपना प्रेस खोला और हंस तथा जागरण नामक पत्र निकाल कर उनका संपादन करने लगे। इन पत्रों के प्रकाशन में बहुत आर्थिक क्षति उठानी पड़ी इसलिए उन्होंने मुंबई में ₹8000 वार्षिक वेतन पर एक फिल्म कंपनी में नौक...

Munshi Premchand ka jivan Parichay in hindi

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 Munshi Premchand ka jivan Parichay        Munshi Premchand ki jivani दोस्तों उपन्यास और कहानी के क्षेत्र में प्रेमचंद जी ने प्रत्येक वर्ग के पाठक को मंत्रमुग्ध कर देने वाले उपन्यास साहित्य का सृजन किया इसलिए इन्हें उपन्यास सम्राट की उपाधि भी प्राप्त है। ये जितने बड़े उपन्यासकार थे उतने ही बड़े कहानीकार भी थे आईये दोस्तों जानते हैं इनके बारे में-: नाम-:  मुंशी प्रेमचंद जन्म -:  1880 में पिता -: अजायब राय माता -:  आनन्दी देवी पत्नी -:  शिवरानी देवी मृत्यु -:  1936 में Munshi Premchand ka jivan Parichay Hindi mein दोस्तों मुंशी प्रेमचंद जी का जन्म 1880 इस्वी  में वाराणसी जिले के  लमही  नामक एक छोटे से गांव में हुआ था इनके पिता का नाम अजायब राय और माता का नाम आनंदी देवी था। प्रेमचंद जी की बाल्यावस्था अभावों में व्यतित हुई। इन्होंने बड़े परिश्रम और कष्ट के साथ एंट्रेंस की परीक्षा उत्तीर्ण की और इंटरमीडिएट का अध्ययन आरंभ किया। परंतु परीक्षा में असफल हो जाने के कारण पढ़ाई छोड़ दी पढ़ाई छोड़ दी। Munshi Premchand ka career दोस्तों...

नरेंद्र मोदी जी के माता पिता का नाम, Narendra Modi family

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Narendra Modi Biography in Hindi   Narendra Modi mata pita ka naam        दोस्तों भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के माता पिता का नाम जानने की आपके मन में कई बार जिज्ञासा होई होगी दोस्तों नीचे हम उनके माता-पिता के बारे में जानेंगे-: दोस्तों 17 सितंबर 1950 को जन्मे नरेंद्र मोदी जी और वर्तमान में भारत के प्रधानमंत्री के पिता का नाम दामोदर दास मूलचंद दास मोदी और माता का नाम श्रीमती हीराबेन दामोदर दास मोदी है Narendra Modi ke mata pita   पिता-: दामोदरदास मूलचंद दास मोदी माता -: हिराबेन दामोदरदास मोदी       दोस्तों भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कई बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर भी रह चुके हैं हैरानी की बात तो यह है यह है कि इतने लंबे समय तक अभी तक कोई भी एक ही राज्य में लगातार नहीं जीत पाया परंतु नरेंद्र मोदी जी गुजरात में लगभग 3 से 4 बार जीते और मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।             और हां दोस्तों वह दोबारा भारत के प्रधानमंत्री भी बन चुके हैं पहली बार 2014 में और दूसरी बार 2019 में...

Narendra Modi education in hindi

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 Narendra Modi qualification in hindi    दोस्तों भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी सबसे पहले 2014 में प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी उसके बाद 2019 में एक बार फिर उन्होंने प्रधानमंत्री पद के लिए चुना गया इससे पहले भी वह कई बार गुजरात के लगातार मुख्यमंत्री भी रहे दोस्तों आपके मन में कई बार यह सवाल जरूर आता होगा कि जो व्यक्ति दो बार भारत का प्रधानमंत्री चुना गया हो और कई बार गुजरात का मुख्यमंत्री भी रहा हो उस व्यक्ति की क्वालिफिकेशन कितनी होगी दोस्तों आप नरेंद्र मोदी जी का पूरा जीवन परिचय  यहां पर क्लिक करके  पढ़ सकते हो      आईये जानते हैं-: Narendra Modi Education      दोस्तों नरेंद्र मोदी जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बड़नगर गुजरात विश्वविद्यालय में की। स्कूल  -: गुजरात विश्वविद्यालय वडनगर विश्वविद्यालय-: गुजरात विश्वविद्यालय अहमदाबाद गुजरात भारत 1967 में गुजरात से एसएससी परीक्षा पास की  राजनीति विज्ञान में b.a. दिल्ली विश्वविद्यालय से किया   1983 में गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान मे...

नरेंद्र मोदी के जीवन के बारे में जानकारी हिंदी में

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Narendra Modi biography in Hindi नरेंद्र मोदी जीवनी-: Narendra Modi information in Hindi       दोस्तों नरेंद्रर मोदी भारत के 14 वे प्रधानमंत्री के रूप में 2014 में शपथ ली दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी 2019 में एक बार फिर नरेंद्रर मोदी जी ने भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व किया मोदी जी के बारे मेंं सबसे सबसे दिलचस्प तथ्य यह है कि वह पहली बार विधायक के रुप में गुजरात के मुख्यमंत्री बने इसी तरह वह पहली बार सांसद के रूप में सीधे भारत के प्रधानमंत्री बने।               दोस्तों 2014 में भारतीय जनता पार्टी की जीत के लिए मोदी जी को ही श्रेय दिया जाता है और यह साल 1984 के बाद पहली बार हुआ है। नरेंद्र मोदी जीवन परिचय-: Narendra Modi biography नाम-:  नरेंद्र मोदी  जन्म -: 17 सितंबर 1950  जन्म-:  स्थान वार्ड नगर मेहसाना गुजरात  पार्टी का नाम -: भारतीय जनता पार्टी बीजेपी  शिक्षा -:पोस्ट ग्रेजुएट  व्यवसाय -: सामाजिक कार्यकर्ता  पिता का नाम-: दामोदर दास मूलचंद दास मोदी  माता का नाम-: श्रीमती हीराब...

B.R. Ambedkar quotes in Hindi .. अंबेडकर जी के प्रेरक वचन

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भीमराव अंबेडकर जी के प्रेरक वचन      Ambedkar quotes in Hindi दोस्तों 14 अप्रैल 1891 में जन्मे भीमराव अंबेडकर जी ने पिछड़े वर्ग और दलितों के उत्थान के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था आज हम इस लेख में भीमराव अंबेडकर जी के महत्वपूर्ण और प्रेरक  वंचनों को आपके साथ साझा करेंगे जिन्हें पढ़कर आप बहुत उत्साहित होंगे और मोटिवेशन मिलने वाला है तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं-:  आप उनका पूरा जीवन परिचय  यहाँ पर क्लिक करके  पढ़ सकते हैं   Ambedkar motivational quotes in Hindi 1) -: महात्मा आए और चले गए लेकिन अछूत, अछूत ही बने हुए हैं। 2) -: हम आदि से अंत तक भारतीय हैं 3) -: बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का महत्वपूर्ण लक्ष्य होना चाहिए 4) -: किसी का भी स्वाद बदला जा सकता है लेकिन जहर को अमृत में नहीं बदला जा सकता है 5) -: भाग्य में नहीं अपनी शक्ति में विश्वास है जो व्यक्ति अपनी मृत्यु को हमेशा याद रखता है वह सदाचारी कार्य में लगा रहता है 6) -: सागर में अपनी पहचान खो देने वाली पानी की एक बूंद के विपरीत इंसान जिस समाज में रहता है वह अपनी प...

B.R. Ambedkar father Name अंबेडकर जी के पिता का नाम

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 Ambedkar ke mata pita ka naam               Ambedkar jivani in hindi Ambedkar biography in Hindi दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में एक ऐसे शख्स के बारे में बात करेंगे जिसने भारतीय संविधान का निर्माण किया और आजाद भारत के पहले न्याय मंत्री बने इतना ही नहीं दोस्तों इन्होंने मिहिर जाति यानी दलित वर्ग और पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया इसीलिए आज इन्हे दलितों का मसीहा के रूप में जाना जाता है दोस्तों यह और कोई नहीं बल्कि हमारे सबसे प्यारे भीमराव अंबेडकर जी हैं  दोस्तों आप उनकी पूरा जीवन परिचय  यहां पर क्लिक करके  पढ़ सकते हो दोस्तों आपके मन में यह सवाल तो बहुत बार आता होगा कि आखिर ऐसे महान पुरुष के माता पिता कौन थे या उनका नाम क्या था। दोस्तों से 14 अप्रैल 1891 में जन्मे भीमराव अंबेडकर जी के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था दोस्तों आपको बता दें की इनके पिता रामजी मलोजी सकपाल एक आर्मी में सूबेदार के पद पर थे जो उस समय अंग्रेजों के अधीन काम करते थे। पिता का नाम-:  रामजी ...

भीमराव अम्बेडकर की पत्नी का नाम.. इनकी पत्नी थी दो

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Ambedkar ki patni ka naam kya tha Ambedkar biography in Hindi दोस्तों 1891 सन में जन्मे भारतीय संविधान के निर्माता और आजाद भारत के पहले न्याय मंत्री भीमराव अंबेडकर जी की दो पत्नियां थी जी हां दोस्तों उन की दो पत्नियां थी जिनकी व्याख्या हम नीचे बता रहे हैं-:    दोस्तों दलितों के मसीहा कहे जाने वाले भीमराव अंबेडकर जी ने अपनी पहली शादी साल 1906 रमाबाई अंबेडकर से की थी परंतु एक लंबी बीमारी की वजह से 1935 में उनकी मृत्यु हो गई आपको बता दें इनकी संतान भी थी जिसका नाम यशवंत था।    साल 1940 में भारतीय संविधान का ड्राफ्ट पूरा करने के बाद अंबेडकर जी को बहुत सी बीमारियों ने जकड़ लिया था जिसके इलाज के लिए भी मुंबई गए वहां पर उन्हें एक ब्राह्मण डॉक्टर शारदा कबीर से मुलाकात हुई और उसके बाद दोनों ने 1948 में शादी कर ली शादी करने के बाद डॉक्टर सावधानी अपना नाम बदलकर सविता अंबेडकर रख लिया। Ambedkar ki patni kon thi     पहली पत्नी-: रमाबाई अंबेडकर एक लंबी बिमारी के कारण मृत्यु हो गई दुसरी पत्नी-: शारदा कबीर / सविता अंबेडकर इलाज कराने मुंबई गये वहां इनकी मुलाका...

भीमराव अम्बेडकर के पास थी इतनी डिग्री जानकर हैरानी होगी 32

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B.R. Ambedkar biography in Hindi Ambedkar ke pass kitni degree thi   दोस्तों डॉ भीमराव अंबेडकर भारतीय संविधान के शिल्पकार और आजाद भारत के पहले न्याय मंत्री थे अंबेडकर जी ने दलितों के उत्थान और पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए अपना पूरा जीवन परित्याग कर दिया था आज समाज में दलितों को जो स्थान मिला है उसका पूरा श्रेय अंबेडकर जी को जाते हैं वे दलितों के मसीहा के रूप में जाने जाते हैं।        परंतु दोस्तों क्या आप जानते हैं उनके पास कितनी डिग्रियां थी दोस्तों जिस व्यक्ति ने भारत का संविधान लिखा अपनी मेहनत के दम पर एक अनुसूचित जाति का हो कर भी इस मुकाम पर पहुंचा उस व्यक्ति के पास 32 डिग्रियां थी जी हां दोस्तों उनके पास 32 डिग्रियां थी जो इस प्रकार हैं-:  1)-: मैट्रिक डिग्री 1, 2) 912 में ग्रेजुएशन, 3)  फारसी भाषा से इन्होंने अर्थ शास्त्र और राजनीति विज्ञान में डिग्री के साथ-साथ ग्रेजुएशन की उपाधि प्राप्त,की,  4) कोलंबिया से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री,  5) एम.ए. मास्टर डिग्री, 6)  1916 में अमेरिका से पीएचडी की,  7) 1921 में लंदन स्कूल ऑफ़ इकोन...

doctor bheemrav Ambedkar biography, महान पुरुष अंबेडकर जी की प्रेरणादायक जीवनी..

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  डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जीवनी   Dr. B.R. Ambedkar biography in Hindi डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भारतीय संविधान के शिल्पकार और आजाद भारत के पहले न्याय मंत्री थे अंबेडकर जी ने दलितों के उत्थान और पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए अपने पूरे जीवन का परित्याग कर दिया था आज समाज में दलितों को जो स्थान मिला है उसका पूरा श्रेय अंबेडकर जी को जाता है वे दलितों के मसीहा के रूप में जाने जाते हैं। दोस्तों मैं उनके लिए एक शायरी आपके लिए पेश करता हूं.....! " देश प्रेमी जिसने आराम को ठुकराया था  गिरे हुए  इंसान को स्वाभिमान सिखाया था जिसने हमको मुश्किलों से लड़ना सिखाया था  इस आसमां पर एक ऐसा दीपक बाबा साहब के लाया था" Ambedkar jivani in hindi            Ambedkar jivani डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जीवन गाथा-: नाम  -: डॉक्टर भीमराव अंबेडकर  जन्म-:  14 अप्रैल 1891 जन्म स्थान-: महू इंदौर मध्य प्रदेश  पिता का नाम-: रामजी मालोजी सकपाल  माता का नाम-: भीमाबाई  जीवनसाथी -: पहला विवाह रमाबाई अंबेडकर दूसरा विवाह सविता...